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पञ्चाङ्ग - 13-11-2025

 *🗓*आज का पञ्चाङ्ग*🗓*

jyotis


*🎈दिनांक 13 नवंबर 2025 *
*🎈 दिन -   गुरुवार*
*🎈 विक्रम संवत् - 2082*
*🎈 अयन - दक्षिणायण*
*🎈 ऋतु - शरद*
*🎈 मास - मार्गशीर्ष*
*🎈 पक्ष - कृष्ण पक्ष*
*🎈तिथि-        नवमी    23:33:25*pm तत्पश्चात् दशमी*
*🎈 नक्षत्र - मघा    19:37:18 pm  तत्पश्चात्     पूर्व फाल्गुनी*
*🎈 योग    -ब्रह्म    06:56:52am* तक तत्पश्चात् ऐन्द्र*
*🎈करण    -         तैतुल    11:10:07
am तक तत्पश्चात् गर*
*🎈 राहुकाल -हर जगह का अलग है- 01:40 pm to 03:01pm तक (नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)* 
*🎈चन्द्र राशि-       सिंह*
*🎈सूर्य राशि-       तुला    *
*🎈सूर्योदय - 06:55:00am*
*🎈सूर्यास्त -17:43:24pm* 
*(सूर्योदय एवं सूर्यास्त ,नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈दिशा शूल - दक्षिण दिशा में*
*🎈ब्रह्ममुहूर्त - 05:09 ए एम से 06:01 ए एम प्रातः तक *(नागौर राजस्थान मानक समयानुसार)*
*🎈अभिजित मुहूर्त-    11:58 ए एम से 12:41 पी एम*
*🎈 निशिता मुहूर्त - 11:53 पी एम से 12:46 ए एम, नवम्बर 14*
*🎈अमृत काल    -05:08 पी एम से 06:48 पी एम*
*🎈 व्रत एवं पर्व-  अष्टमी के दिन व्रत करने वालों को सामान्य नमक, गेहूं, चावल, दालें, प्याज और लहसुन जैसी चीज़ें नहीं खानी चाहिए। इसके अतिरिक्त, मांसाहार, शराब और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन भी वर्जित है। *  
*🎈विशेष -  मार्गशीर्ष महात्म्य*
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    *🛟चोघडिया, दिन🛟*
   नागौर, राजस्थान, (भारत)    
   मानक सूर्योदय के अनुसार।

*🎈 शुभ - उत्तम-06:54 ए एम से 08:15 ए एम*

*🎈रोग - अमंगल-08:15 ए एम से 09:36 ए एम*

*🎈उद्वेग - अशुभ-09:36 ए एम से 10:58 ए एम*

*🎈चर - सामान्य-10:58 ए एम से 12:19 पी एम*

*🎈लाभ - उन्नति-12:19 पी एम से 01:41 पी एम*

*🎈अमृत - सर्वोत्तम-01:41 पी एम से 03:02 पी एम*

*🎈काल - हानि-03:02 पी एम से 04:23 पी एम काल वेला*

*🎈शुभ - उत्तम-04:23 पी एम से 05:45 पी एम वार वेला*

      *🛟चोघडिया, रात्🛟*
*🎈अमृत - सर्वोत्तम-05:45 पी एम से 07:23 पी एम*

*🎈चर - सामान्य-07:23 पी एम से 09:02 पी एम*

*🎈रोग - अमंगल-09:02 पी एम से 10:41 पी एम*

*🎈काल - हानि-10:41 पी एम से 12:20 ए एम, नवम्बर 14*

*🎈 लाभ - उन्नति-12:20 ए एम से 01:58 ए एम, नवम्बर 14 काल रात्रि*

*🎈उद्वेग - अशुभ-01:58 ए एम से 03:37 ए एम, नवम्बर 14*

*🎈शुभ - उत्तम-03:37 ए एम से 05:16 ए एम, नवम्बर 14*

*🎈अमृत - सर्वोत्तम-05:16 ए एम से 06:54 ए एम, नवम्बर 14*
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     🚩*श्रीगणेशाय नमोनित्यं*🚩
  🚩*☀जय मां सच्चियाय* 🚩
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🌷 ..# 💐मंगल से शुभता प्राप्ति के ज्योतिष उपाय 
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कमजोर और अशुभ मंगल के लक्ष्ण : यदि मंगल कमज़ोर या अशुभ फल दे रहा हो तो जातक को शत्रु परेशान करते हैं, कीमती सामान की चोरी, कार्य में बाधा, अचानक आय का साधन बंद होना, क़र्ज़ बढ़ना, घर बनने में बाधा, अचल संपत्ति की कमी, पराक्रम की कमी, प्रतियोगिता में हार, किसी भी तरह के रोग और दुर्घटना, बार बार मशीनरी खराब होना, स्वभाव में क्रोध और ज़िद जैसे लक्षण सामने आते हैं।

जिस घर में मंगल अशुभ फल दे रहा हो वहां पिता पुत्र में आपसी सुख की कमी होती है, प्रापर्टी को लेकर झगड़ा या घर अधुरा बना होता है। लडकों का विवाह होने में बाधा आती है। ऐसी स्थिति में मंगल की शुभता प्राप्ति के लिए निम्न बताये उपाय करने चाहिए : 

सूर्य मंगल युति  : यदि जन्म कुंडली में मंगल की युति सूर्य से हो तो ऐसी स्थिति में मंगल के फल कमज़ोर होते हैं। इस नाते जातक को मंगल को मजबूत करने के उपाय करने चाहिए। ऐसे जातक को मंगल की मजबूती के लिए सूर्य की वस्तुओं को दान या जल प्रवाह करना चाहिए। और मंगल की वस्तुओं को अपने साथ या घर में स्थापित करना चाहिए। सूर्य के लिए गुड़ जल प्रवाह करना और लाल वस्त्र का दान करने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। और मंगल को मजबूत करने के उपाय के तौर पर घर में मंगल यंत्र रखना, किसी गोशाला या धर्म स्थल से मिट्टी लाकर घर में किसी गमले में रखना और वास्तु पूजन करवाने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। 

मंगल शनि युति : यदि जन्म कुंडली में मंगल की युति शनि से है ऐसी स्थिति में मंगल का अंगारक योग बनता है मंगल बद होने से शुभ फल प्राप्ति में बाधा आती है इस नाते जातक को मंगल से शुभ फल पाने के लिए इस युति के उपाय करने चाहिए। ऐसे जातक को शनि की वस्तुओं को दान या जल प्रवाह करना चाहिए। और मंगल की वस्तुओं को अपने साथ या घर में स्थापित करना चाहिए। शनि के लिए शनिवार के दिन सरसों के तेल, लोहा, चमड़ा, तेल में बने भोजन पदार्थों के दान या फिर अंधो को भोजन दान करने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। और मंगल को मजबूत करने के उपाय के तौर पर घर में मंगल यंत्र रखना, मंगलवार के दिन शिवलिंग अभिषेक गन्ने के रस से या तंदूर में बनी रोटी किसी पशु या जानवर को खिलाना और वास्तु पूजन करवाने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। 

मंगल राहू युति  : यह युति बहुत लोगों की जन्म कुंडली में देखने को मिलती है। और इस युति की वजह से जातक के धन से संबंधित किये फैसले हमेशा गलत जाते हैं, जातक को आर्थिक नुकसान होता है। और परिवार में भी सुख का अभाव होता है। ऐसी स्थिति में जातक को मंगल प्रदोष व्रत करना चाहिए, यानी मंगलवार के दिन त्रयोदशी तिथि आने पर व्रत और शिव पूजा करनी चाहिए। शनिवार के दिन राहू की वस्तुओं को दान करना चाहिए। नीली स्याही, नीले वस्त्र, नारियल, नशे की वस्तु या सफाई के सामान का दान शनिवार के दिन करें। और मंगल की शुभता के लिए उपाय के तौर पर घर में मंगल यंत्र रखना, मंगलवार के दिन शिवलिंग अभिषेक गन्ने के रस से या तंदूर में बनी रोटी किसी पशु या जानवर को खिलाना और वास्तु पूजन करवाने के उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं। 

 मंगल ग्रह मंत्र

मंगल ग्रह वैदिक मंत्र  

ऊँ अग्निमूर्धादिव: ककुत्पति: पृथिव्यअयम। अपा रेता सिजिन्नवति ॥

मंगल ग्रह तांत्रिक मंत्र

ॐ हां हंस: खं ख:

ॐ  हूं श्रीं मंगलाय नम:

ॐ  क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:

मंगल ग्रह पौराणिक मंत्र

"ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम । कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम ।।"

मंगल गायत्री मंत्र 

॥ ॐ अङगरकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि तन्नो भौम: प्रचोदयात् ॥

इन आसान घरेलू उपायों की मदद से आप मंगल की शुभता प्राप्त कर सकते हो

मंगल घर की रसोई का कारक है। इस नाते रसोई में सफाई रखनी चाहिए। खास कर गैस चूल्हे और इसके आस पास सफाई रखने से मंगल शुभता देता है। 

मंगल घर में बिजली के सामान का कारक है। इस नाते घर में बिजली का खराब सामान नहीं रखना चाहिए, इसके इलावा कैची, छुरी, कटर जैसी तेजधार चीजों को छिपा कर रखना चाहिए। 

नीम के पेड़ की सेवा करने से, नीम की दातुन और कंघी इस्तेमाल करने से भी मंगल के शुभ फल मिलते हैं। 

मंगलवार के दिन हनुमानजी की पूजा पाठ, मंत्र जप करें, गुड़ चने या मीठी बूंदी का प्रसाद मंदिर में भेंट करें। 

किसी भी रूप में चांदी धारण करें या चांदी की ठोस गोली अपने साथ रखें। 

यदि परिवार में कलह से परेशान हैं तो रेवड़ियाँ जल प्रवाह करें या फिर तंदूर में बनी मीठी रोटी का दान करें। 

ज़मीन पर बिस्तर लगा कर सोने से और रसोई में ही भोजन करने से भी मंगल मजबूत और राहु शांत होता है।

घर में खराब बिजली का सामान ना रहने दें, और दक्षिण दिशा में धातु के 2 घोड़े रखें। 

यदि स्वास्थ्य संबंधित समस्या हो तो गन्ने के रस से शिवलिंग अभिषेक करें। 


         ।। जय श्री कृष्ण ।।
       💥।। शुभम् भवतु।।💥

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🔱🇪🇬जय श्री महाकाल सरकार 🔱🇪🇬 मोर मुकुट बंशीवाले  सेठ की जय हो 🪷*
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*♥️~यह पंचांग नागौर (राजस्थान) सूर्योदय के अनुसार है।*
*अस्वीकरण(Disclaimer)पंचांग, धर्म, ज्योतिष, त्यौहार की जानकारी शास्त्रों से ली गई है।*
*हमारा उद्देश्य मात्र आपको  केवल जानकारी देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।*
*राशि रत्न,वास्तु आदि विषयों पर प्रकाशित सामग्री केवल आपकी जानकारी के लिए हैं अतः संबंधित कोई भी कार्य या प्रयोग करने से पहले किसी संबद्ध विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेवें...*
*♥️ रमल ज्योतिर्विद आचार्य दिनेश "प्रेमजी", नागौर (राज,)* 
*।।आपका आज का दिन शुभ मंगलमय हो।।* 
🕉️📿🔥🌞🚩🔱ॐ  🇪🇬🔱
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